'आंबेडकरवादी साहित्य' पत्रिका के प्रधान संपादक, GOAL (आंबेडकरवादी साहित्यकारों का वैश्विक संगठन) के संस्थापक व महासचिव, क्रांतिकारी आंबेडकरवादी साहित्यकार एवं समालोचक देवचंद्र भारती 'प्रखर' का परिचय और साहित्य :-
देवचंद्र भारती 'प्रखर' का परिचय और साहित्य
मूल नाम : देवचंद्र भारती ('प्रखर' उपनाम)
प्रकाशित कृतियाँ : वेदना की शांति (कविता संग्रह); परिणय (खंडकाव्य); लज्ज़त-ए-अलम (गजल संग्रह); दलित जागरण (कविता संग्रह), आंबेडकरवादी कविता के प्रतिमान, श्यामलाल राही प्रियदर्शी - व्यक्तित्व एवं कृतित्व (आलोचना ग्रंथ), समकालीन हिंदी दलित कविता, सुधाकर सागर सार (संपादित ग्रंथ), विषमता के विरुद्ध (कविता संग्रह) ।
अन्य : विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में कविता, लेख, शोध-पत्र और पुस्तक समीक्षाएँ प्रकाशित
संपादन : 'आंबेडकरवादी साहित्य' नामक त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका ।
विशेष उपलब्धि : संस्थापक व महासचिव - ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन आफ आंबेडकराइज्ड लिटरेटिअर्स GOAL (आंबेडकरवादी साहित्यकारों का वैश्विक संगठन) ।
संप्रति : असिस्टेंट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, हरिनंदन स्नातकोत्तर महाविद्यालय मोहरगंज, चंदौली (उत्तर प्रदेश)
सम्पर्क : ग्राम - कटसिल, पोस्ट - दिघवट, जिला - चंदौली, उत्तर प्रदेश - 232108
ई-मेल : prakhar05412@gmail.com
मो० : 9454199538, 8858818028
✴ शैक्षिक परिचय :-
◾प्राथमिक शिक्षा - अपने गाँव कटसिल की प्राथमिक पाठशाला से ।
◾ स्नातक (2010-2012) की शिक्षा - महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी ।
◾परास्नातक (2014-2016) की शिक्षा - उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ।
◾वर्ष 2017 में यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण ।
◾दिसंबर, 2019 में जेआरएफ अवार्ड प्राप्त ।
✴ साहित्यिक परिचय :-
◾साहित्यिक यात्रा का आरंभ - 14 वर्ष की आयु से ।
◾पुस्तक के रूप में प्रकाशित प्रथम कृति - 'वैवाहिक शायरी', वर्ष 2010 में 'पुस्तक पथ' प्रकाशन से प्रकाशित ।
◾वर्ष 2010 के अप्रैल माह में पहली बार ये किसी कवि-गोष्ठी में शामिल हुुुये थे । वह कवि-गोष्ठी सामाजिक संस्था "संस्कार भारती" द्वारा वरिष्ठ रंगकर्मी कृष्णकांत श्रीवास्तव के पटेल नगर, मुगलसराय स्थित आवास पर आयोजित की गई थी । उस समय ये बी०ए० प्रथम वर्ष के छात्र थे ।
वर्ष 2012 के जुलाई महीने में इनकी गीत-संग्रह की पुस्तक "विद्यालय गीत" कुसुम प्रेस, विश्वेश्वरगंज द्वारा मुद्रित हुई । उस समय इन्होंने अपने नाम के साथ "प्रखर" उपनाम जोड़ दिया था । इसलिए अपने उपनाम के नाम से इन्होंने प्रकाशन का नाम रखा, याानी कि "प्रखर प्रकाशन"; और अपनी पुस्तकें स्वयं ही प्रकाशित करने लगे । "विद्यालय गीत" (गीत संग्रह) के बाद "देशप्रेम" (संभाषण संग्रह), ज़ुनून (देशभक्ति मुक्तक), भोजपुरी बिरहा (आलोचना), सामान्य ज्ञान आदि पुस्तकें प्रकाशित करके उत्तर प्रदेश के जिलों चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर तथा बिहार के जिलों बक्सर और भभुआ (कैमूर) आदि जिलों में इन्होंने ख्याति प्राप्त कर ली ।
वर्ष 2019 में इनकी तीन काव्यकृतियाँ रवीना प्रकाशन, नई दिल्ली से प्रकाशित हुईं, जिनमें 'वेदना की शांति' (कविता संग्रह), 'परिणय' (खंडकाव्य), 'लज्ज़त-ए-अलम' (गजल संग्रह) आदि हैं । हाल ही में (जुुुुलाई 2020) रश्मि प्रकाशन, लखनऊ से इनकी 'दलित जागरण' (कविता संग्रह) नामक पुस्तक प्रकाशित हुई है ।
✴ शिक्षण कार्य :-
◾आरंभ वर्ष - 2010 ई० (वाराणसी नगर से)
◾वर्ष 2010-11 ई०
ज्ञानोदय जू०हा० स्कूल, शैलपुत्री, वाराणसी
◾वर्ष 2011-13 ई०
डॉ० अम्बेडकर शिक्षण संस्थान, सकलडीहा
◾वर्ष 2014-15 ई०
दुर्गाप्रसाद इण्टर कॉलेज, फेसुड़ा, चन्दौली
◾वर्ष 2015-16 ई०
सनशाइन कान्वेंट स्कूल, सैयदराजा
◾वर्ष 2016-17 ई०
सरस्वती विद्या मंदिर, सकलडीहा स्टेशन
◾वर्ष 2017-23 ई०
शहीद कैप्टन विजय प्रताप सिंह महाविद्यालय, अवाजापुर, चंदौली
✴ सामाजिक कार्य :-
इनके आदर्श और प्रेरणास्रोत कविश्रेष्ठ प्रबुद्ध नारायण बौद्ध जी के निर्देशन में इन्हें बाबा साहेब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा लिखित पुस्तक "बुद्ध और उनका धम्म" पढ़ने की प्रेरणा मिली । "बुद्ध और उनका धम्म" पढ़कर इनके विचारों में बहुत अधिक परिवर्तन आया ।
अंबेडकर मिशन और बौद्ध विचारधारा से जुड़ने के पश्चात इन्होंने सन् 2012 से सामाजिक संगठनों और आंदोलनों में हिस्सा लेना आरंभ कर दिया था । संगठनों में जाने के लिए और कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए मुझे साइकिल चलाकर जाना पड़ता था । साधन के अभाव में और गरीबी की स्थिति के कारण, इन्होंने अपने हर हालात से समझौता किया । 50-50 किलोमीटर तक जाड़ा, गर्मी और बरसात, हर ऋतु/मौसम में इन्होंने संगठन के लिए समय दिया और बेरोजगारी की हालत में अपनी थोड़ी सी कमाई का अधिकांश हिस्सा भी संगठन और समाज को समर्पित कर दिया । ऐसी स्थिति में इन्हेें पारिवारिक तनाव का भी सामना करना पड़ा । आंबेडकर मिशन को लेकर आम लोगों से थोड़ी-बहुत बहस भी हो जाया करती थी, जिसके परिणामस्वरूप लोगों के ताने और कुतर्क भी झेलने पड़े ।
वर्ष 2018 में इन्होंने "धम्म साहित्य" नामक एक यूट्यूब चैनल और एक ब्लॉग वेबसाइट बनाया । ये चैनल और वेबसाइट दोनों पर आंबेडकर मिशन से संबंधित गीत व लेख अपलोड करने लगे, जिससे बहुत काफी प्रसिद्धि और लोकप्रियता हाथ लगी । वर्ष 2021 में 'आंबेडकरवादी साहित्य' पत्रिका संपादित/प्रकाशित करने के साथ ही इन्होंने 'धम्म साहित्य' यूट्यूब चैनल और वेबसाइट का नाम बदलकर 'आंबेडकरवादी साहित्य' कर दिया । वर्तमान में यूट्यूब चैनल 'आंबेडकरवादी साहित्य' से जुड़े मिशन गायकों में पप्पू राजा, जयहिन्द कुमार गौतम, जयप्रकाश राही, जालंधर बागी, बी०डी० बौद्ध, अरविंद राग कौशल, अंकित राज, समता गौतम और आराधना बौद्ध के नाम शामिल हैं ।
📚 देवचंद्र भारती 'प्रखर' का काव्य-साहित्य
वेदना की शांति (कविता संग्रह)
परिणय (खंडकाव्य)
लज्ज़त-ए-अलम (गजल संग्रह)
दलित जागरण (कविता संग्रह),
विषमता के विरुद्ध (कविता संग्रह)
📚 देवचंद्र भारती 'प्रखर' का आलोचना-साहित्य
आंबेडकरवादी कविता के प्रतिमान
श्यामलाल राही प्रियदर्शी - व्यक्तित्व एवं कृतित्व (आलोचना ग्रंथ)
📚 देवचंद्र भारती 'प्रखर' का संपादन-साहित्य
समकालीन हिंदी दलित कविता
आंबेडकरवादी साहित्य (पत्रिका)
सुधाकर सागर सार (संपादित ग्रंथ)
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